आयुष पाण्डे, नई देहली : आज हम सब लोग टमाटर 40 से 60 रूपये किलो तक खरीद रहे हैं परन्तु मीडिया को यही दुकान वाले 80-120 रूपये तक बेच रहे हैं तभी तो वह अपनी रिपोर्ट में यह मूल्य बार बता रहे हैं और लोग भी उनकी हसी उड़ा रहे हैं आखिर मीडिया वालो से इन सब्जीवलो की क्या दुश्मनी हो सकती है
आज हर व्यक्ति यही कहते दिख रहे हे की मिडिया ने ही दाम बढ़ाया है, जमीनी हकीकत कुछ और है यह सच हे की टमाटर कुछ दिन पहले तक दस रूपये से लेकर बीस रूपये किलो तक बिक रहा था परन्तु आज ही मेरी माता जी ने घर के बहार से टमाटर चालीस रूपये किलो में खरीदा मुझे लगा की माता जी 100/- में खरीद कर लाई होगी जेसा की एक बहुत बड़ा टीवी वाला कल जोर जोर से कह रहा था की महंगाई की मार टमाटर हुआ 100/- के पार, सच मनो तो आज मेरा न्यूज़ चैनेल वालो से विशवाश बिलकुल ही खतम हो गया अब भगवन जाने वह झूट क्यों बोलते हैं और सब जगह अपनी हसी उड़ाते रहते हैं हाँ वह लोग जो खुद सब्जी नहीं खरीदते वह उनकी बहकावे में आ जाते होंगे
बहुत आश्चर्य की बात हे की आजमीडिया वालो को प्याज 7 से 15/- तक बिक रहा हे वह नहीं दिख रहा जो पहले कितने रुपयों में बिकता था यह हम सब जानते हैं , अगर भाजपा के कार्यकर्ताओ की बात को माने तो वह तो यहाँ तक बता रहे हैं की मिडिया के मूल्य उतर प्रदेश के चुनाव तक ऐसे ही बढ़ते रहेंगे ताकि लोगो को यह बार बार असत्य बता कर उसे सत्य में बदलने की कोशिस न कर लें
दाल के दामो को मोदी सरकार ने नियंत्रित करने के लिए बहुत बड़े कदम भी उठा लिए हैं परन्तु मिडिया वाले दाल के मूल्यों को बढ़ा चड़ा कर बता रहे हैं , आज हम सभी जानते हैं की यह मल्टीप्लेक्स वाले पांच रुपय की मकई को एक कागज के दोने में पापकार्न जैसे अंग्रेजी नाम पर 100-200/- रूपये में जब खुलेआम लूट रहे हैं तब किसी को महंगाई नजर नहीं आती और कोई भी मीडिया इस पर आवाज नहीं उठाता की आखिर 5 रूपये की मकई यह मल्टीप्लेक्स वाले इतनी महंगी केसे बेच सकते हैं शायद ऐसा भी हो सकता हे की न्यूज़ चैनेल एवं न्यूज़ पेपर वाले फिल्म नहीं देखते इस लिए उन्हें वास्तविकता मालूम नहीं
सच पूछा जाये तो मुझे अब इन बिकाऊ मीडिया वालो की किसी भी बात पर विश्वास नहीं हेता, क्योंकि यह असलियत नहीं दिखाते, बहुत कम चैनल ऐसे है जो हकीकत दिखाते है, कई बार चुनाव के वक्त Exit polls result भी उसी पार्टी के हक में दे देते जहां से इन्हे माल मिला होता है, जो इन्हे पैसे नहीं देता उसकी खबर तक नहीं लगाते और लोगो को वेवाकुफ बनाकर वोट उसी पार्टी के हक मे आ जाती है, सो कम से कम मै तो इनका सच नहीं मानता, पर इन्हे इतना समझ लेना चाहिये कि आप पर दुनिया विश्वास करती है, सो मत खेलो लोगो की भावनाओं से….