अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए आठ नवंबर को होने वाले चुनाव से करीब 20 दिन पहले जब तीसरी और आखिरी बहस हुई हो दोनों उम्मीदवारों ने महत्वपूर्ण नीतिगत मुद्दों पर ज़्यादा चर्चा की।
रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप तथा डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के बीच 90 मिनट तक कई विषयों पर बहस हुई। ये बहस बहस लास वेगास के नेवाडा विश्वविद्यालय में हुई और इसका संचालन ‘फॉक्स न्यूज’ के पत्रकार क्रिस वॉलेस ने किया। आइये आपको बताते हैं कि अहम मसलों पर दोनों की क्या राय रही…
ट्रंप और हिलेरी इमिग्रेशन के मुद्दे पर भिड़े। हिलेरी ने जहां चुने जाने के 100 दिनों के भीतर व्यापक सुधार वाली इमिग्रेशन पॉलिसी लेकर आने का वादा किया तो ट्रंप ने कहा कि वो अमरीका-मेक्सिको के बीच दीवार बनाएंगे और अमेरीका में अवैध तरीके से रह रहे लोगों को वापस भेजेंगे।
हिलेरी ने ट्रंप को ‘रूसी राष्ट्रपति की कठपुतली’ करार दिया, तो ट्रंप ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि पुतिन ने बार-बार हिलेरी को मात दी है. इसलिए वो चिढती हैं।
हिलेरी ने जहां महिलाओं के सम्मान के मसले पर ट्रंप पर सवाल उठाया तो ट्रंप ने कहा कि महिलाओं का जितना सम्मान वो करते हैं कोई और नहीं कर सकता। गर्भपात के मसले पर हिलेरी ने जहां इसमें सरकारी दखल का विरोध किया तो ट्रंप ने कहा कि वो जीवन के पक्षधर हैं।
हिलेरी ने जहां टैक्स दरों में बढ़ोतरी नहीं करने और सामजिक सुरक्षा योजना में ज्यादा पैसा डालने की बात कही तो ट्रंप ने कहा कि वो शिक्षा के लिए बड़े काम करने जा रहे हैं।
हिलेरी ने हथियार रखने वालों के हाथों होने वाली हत्याओं को रोकने के लिए कदम उठाने की अपील की तो ट्रंप ने नागरिकों को हथियार रखने का अधिकार देने वाले द्वितीय संशोधन को बरकरार रखने का समर्थन किया।
हिलेरी ने बगदादी के खिलाफ लादेन जैसी ही कार्रवाई का भरोसा दिया तो ट्रंप ने अमेरिका के इराक में जाने पर ही सवाल उठाए।
फंड और फाउंडेशन के मसले पर हिलेरी ने कहा कि उन्होंने जो भी किया है, वो देश के हित में किया है. इस पर ट्रंप ने कहा कि क्लिंटन फाउंडेशन को सऊदी अरब से फंड मिला।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि मंदी के दौरान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को संभाला था जिस पर ट्रंप ने जवाब दिया कि देश में रोजगार उपलब्ध नहीं हो रहे हैं और न ही कुछ उत्पादन हो रहा है
ट्रंप ने चुनाव के परिणाम को स्वीकार करने पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और कहा कि कि वो नतीजों का इंतजार करेंगे और देखेंगे कि कि चुनाव परिणाम वैध हैं या नहीं। कुछ लोग इसे ट्रंप का हार स्वीकार करना तक मान रहे हैं । तीसरी बहस के समाप्त होने के बाद अब आठ तारीख के चुनाव का इंतजार है।
ये मतदान चौथा और चुनाव प्रक्रिया का अंतिम चरण होता है। राज्यों के मतदाता इलेक्टर चुनते हैं। ये इलेक्टर मिलकर ही इलेक्टोरल कॉलेज बनाते हैं। यही इलेक्टोरल कॉलेज राष्ट्रपति का चुनाव करता है। इलेक्टोरल कॉलेज में 538 सदस्य होते हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए कम से कम 270 इलेक्टोरल वोट जरुरी होते हैं। वैसे चुनावी सर्वेक्षणों में ट्रंप पर हिलेरी भारी पड रही है ऐसे में सबको नतीजों का इंतजार है।