विपुल , देहरादून : आजकल देश मे बढ़ाशोर मचा हुआ है! पैट्रोल डीजल के भाव बढ़गऐ हैं! मई 2014 मे पैट्रोल 73/-लीटर था और आज 80रु. है! कोई ज्यादा फर्क नहीं है! लेकिन फिर भी प्रचार ऐसे किया जारहा है मानो 10 गुना कीमत बढ़गई हो! वहीं कर्मचारीयों की सैलरी देखें तो एक संविदा शिक्षक को ही लेलो मई 2014 मे उसकी सैलरी थी मात्र 3200रु जो आज है 18000रु लगभग! मतलब लगभग 5गुना सैलरी बढ़गई है और अबभी सैलरी बढ़वाने के लिये संघर्षरत हैं!
डॉक्टर तिवारी ने कहा की , पेट्रोल की कमाई हर राज्य को चाहिए पर जनता जानते हुए भी मोदी को ही गाली देती हे आखिर क्यों , क्योंकि मेसेज बनबने वाले वामी और खानगी होते हैं , बाकि जनता तो फॉरवर्ड करने में विश्वाश करती हे , आखिर क्यों राज्य सरकार पेट्रोल में GST के विरुद्ध हैं क्योंकि उनकी वैट से कमाई खतम हो जाती हे, सरकार भी एक्साइज ड्यूटी लेती हे पर राज्य वैट से अपने कर्मचरियों का वेतन देता हे
भाई नवीन प्रजापति जी ने जब कांग्रेस से पुछा “लाखो करोडो के धोटाले के बावजूद भी आप कोंग्रेस से जुड़े हुए हो फिर हम 80₹ पेट्रोल पर बीजेपी को क्यों छोड़े, मोदी फॉर 2019” तो मानो उनकी सासें ही निकल गई
लेकिन पैट्रोल डीज़ल पर 10रु क्य बढ़े सारी जनता मानो लुटगई हो! खैर ये सब छोड़ो! अगर पैट्रोल डीज़ल के भाव बढ़े हैं तो मै गाड़ी नहीं चला पाउंगा? कोई बात नहीं मै पैदल चल लूंगा! लेकिन जिंदा तो रहूंगा! अगर इस चक्कर मे मोदीजी को हरादिया तो या तो धर्मपरिवर्तन करना पड़ेगा या मारदिया जाउंगा! एक छोटा सा सवाल विरोधियों से भी अगर पैट्रोल 30रु होजायेगा तो क्या आप मोदीजी का विरोध नहीं करोगे? क्या आप चुनावों मे मोदीजी को वोट दोगे? क्या आप मोदीजी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ोगे?
विक्रांत अरोडा ने पेट्रोल गैंग की आँखें खोलते हुए सोशल मीडिया पर लिखा हे “चीनी , दाल , प्याज , टमाटर सभी सस्ते दामो पर बिक रहे है! अगर सिर्फ सस्ते पेट्रोल से किसी राष्ट्र की खुशहाल हो सकता,,,,,तो शायद इसमे सीरिया, ईराक, ईरान का पहला नंबर आता..!!” नरेंदर अहीर ने क्या खूब लिखा ” 1000 रुपये में 750 ML दारू ख़रीदने वाले भी 80/- लीटर पेट्रोल पर छाती कूट रहे हैं”
अगर नहीं तो फिर इतना ड्रामा क्यों? भाइयों विरोधियों को पैट्रोल डीज़ल से कोई मतलब नहीं इन्हें तो केवल मोदीजी का विरोध करना है! क्योंकि मोदीजी ने इनका धंधा चौपट कर दिया है! इसलिए भाइयों जागो और सोचो! हमारी एकमात्र उम्मीद केवल नरेन्द्र मोदीजी ही हैं!