जानता है! बेचारे मनप्रीत सिंह जिस से भी प्रीत लगते वही छोड़ कर भाग जाते! बादल जी ये सियासत है जो शुरू होने स पहले ही खत्म भी जाती और खत्म कर भी देती है! ये अलग बात है की अपने ही इसको खत्म करने के लिए एडी चोटी का जोर लगते हैं! विधायक चन्नी शुरू से ही निर्दलीय हैं और बागी मनप्रीत का साथ दे रहे थे! पर अब सीना तान कर कह रहे हैं कि मनप्रीत का साथ कुछ ही मुद्दों पर था अब वोह अपनी घर वापसी करना चाहते हैं! यानी कि मंत्री बनना है और आगे लाल बत्ती लेनी है तो कैप्टन के कुनुबे में जाना होगा ! मनप्रीत सिंह बादल के सरकारी निवास पर हुई पहली प्रेस कांफ्रेंस में हमारे ब्यूरो के पूछने पर चन्नी ने तपाक से और दिलेरी से जबाव दिया था कि ये यारी है तूत दा मोछा जब तक हैं मनप्रीत के साथ रहेंगे और भी किसी लोभ लालच के ! हम तो मनप्रीत के साथ आदर्शों कि लड़ाई में साथ हैं! हमको कई तरह के लालच और बड़े लोभ भी दिए गये पर हमको कबूल नहीं हैं! ये बातें चरनजीत सिंह चन्नी ने हमारे ब्यूरो से सांझी कि थी! गौर तलब किया जाता है कि निर्दलीय विधायक चरनजीत सिंह चन्नी अब फिर पुराने राष्ट्रिय स्तर कि पार्टी यानि कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं !चन्नी से पूर्व आनंदपुर साहब के विधायक भी मनप्रीत सिंह बादल का साथ छोड़कर वापिस अकाली दल में जा मिले थे!और तबसे आज तक ख़ामोशी की चादर ओढे हैं! तमिलनाडू के राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला की धर्मपत्नी ने तो स्पष्ट कर डाला कि जल्दी ही मनप्रीत सिंह बादल के साथ मिलकर तीसरे मोर्चे की घोषणा कर दी जावेगी! पंजाब की सियासत आने वाले दिनों और विधान सभा चुनावो में किस करवट बैठेगी ये तो कोई नहीं जानता है! और अभी आगे कौन २ मनप्रीत सिंह बादल का साथ छोड़ जाते है ये तो सियासत में खेल जारी रहेगा!