उत्तराखंड: पूरी दुनिया में हिन्दुत्व से बेहतर कोई अन्य व्यवस्था नहीं है. सकारात्मक आस्था के मामले में हिन्दू धर्म दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है. भारत में गंगा को माँ का दर्जा दिया गया है. ऐसा आपको दुनिया में कहीं देखने को नहीं मिलेगा. हिन्दुत्व में मानव सभ्यता के आदर्श समाहित हैं. प्रकृति की पूजा भारत के मूल में है. जीवन को संचालित करने की हिन्दुत्व से बेहतर कोई अन्य व्यवस्था नहीं है. हिन्दू धर्म का उद्देश्य मानव सभ्यता के विकास और मानवीय जीवन शैली को बेहतर बनाने पर केन्द्रित रहा है.
अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना स्थित ऐलोन विश्वविद्यालय में धार्मिक इतिहास विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक ब्राइन के. पेनिंग्टल ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी में अपने मन की बात कही. प्राध्यापक ब्राइन ने कहा कि उनके जीवन में भी हिन्दुत्व का बड़ा महत्व है. यह उनके लिए गर्व की बात है कि वह हिन्दुत्व पर शोध कर रहे हैं. वह हिन्दुत्व एवं हिन्दू मान्यताओं पर तीन पुस्तकें लिख चुके हैं. वे इन दिनों शोध के सिलसिले में भारत आए हुए हैं. उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व पर लंबे शोध में अब तक यही पाया कि सांस्कृतिक मूल्यों और मान्यताओं के रूप में हिन्दुत्व का इतिहास मानव सभ्यता के विकास जितना ही पुराना है. एक धर्म के रूप में इसके सभी सांस्कृतिक मूल्यों और समान मान्यताओं का एकीकरण क्रमिक चरण में हुआ. हिन्दू धर्म के इतिहास पर शोध करने के लिए वे वर्ष 1993 में पहली बार भारत आए थे. हिन्दुत्व को लेकर अब तक इनकी तीन पुस्तकें वास हिन्दुइज्म इनवेंटेड‘, ‘रीचिंग रिलीजियन एंड वाइलेंस‘ और ‘रिचुअल इनोवेशन‘ प्रकाशित हो चुकी हैं. उनके शोध का विषय देवी-देवताओं और हिन्दुत्व के बीच संबंध पर केंद्रित है.