मोगा में कहानीकार व व्यंगकार डा. अमरीक सिंह कंडा के घर सोमवार को साहित्यिक समारोह करवाया गया। इस मौके पर डा. अमरीक सिंह कंडा की चुनी हुई कहानियों की किताब ‘कुछ हीरे कुछ पन्ने’ रिलीज की गई। समागम में कहानीकार रविंदर सैनी रिंकू ने बताया कि डा. कंडा 15 साल से विभिन्न भाषाओं में 26 किताबें पंजाबी साहित्य की झोली में डाल चुके हैं। उनकी कहानियां समकाली परिस्थितियों को उभारती व नए समाज का दृश्य पेश करती है। सुखदीप गिल ने कहा कि आज जो भी पंजाबी कहानी लिखी जा रही है, वह मानव जीवन के पूरातनकाल से जुड़ी है। डा. कंडा साधारण वातावरण को नजरंदाज ना करके उसकी गहराई में जाकर रचना को नया मोड़ देते हैं। इस समय बेअंत गिल, नवदीप नवी, निर्मल बराड़ ने कहा कि डा. कंडा ने अपनी किताब नए उभर रहे लेखकों से रिलीज करवाई। डा. कंडा ने आए हुए सभी लोगों का धन्यवाद किया।