भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मन्त्री श्री तरूण चुघ ने बयान जारी कर पंजाब कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरिन्द्र सिंह द्वारा पंजाब सरकार के कामो पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग पर कटाक्ष करते हुये कहा कि पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ६८ सालो मे पंजाब के साथ किये गये सौतेले व्यवहार पर श्वेत पत्र जारी करे। श्री चुघ ने कैप्टन अमरिन्द्र सिंह पर आरोप लगाते हुये कहा कि जो जन9प्रतिनिधि बनकर अपने क्षेत्र की जनता से कटा रहे, अपने द्वारा किये गये जनता से वायदो से कन्नी काट ले, संसद सदस्य बनकर संसद मे गैरहाजिर रहे, सत्र के दौरान अपने क्षेत्र के विकास के लिए मुंह तक न खोले, ऐसे कैप्टन अमरिन्द्र सिंह को दूसरो के कामो पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग करने का कोई नैतिक अधिकार नही है। श्री चुघ ने कहा कि २०१७ के विधानसभा चुनावो मे कांग्रेस पार्टी की निश्चित हार को देखते हुए कैप्टन अमरिन्द्र सिंह समान विचारधारा की पार्टीयो के साथ गठबन्धन बनाने की आड़ मे खालिस्तान समर्थको को प्रोत्साहित करके उनका समर्थन प्राप्त करने की साजिश रच रहे है। उन्होने कहा कि च4बा सरबत खालसा मे कांग्रेस के नेताओ रमणजीत सिंह सि1की, इन्द्रजीत सिंह जीरा, लाली मजीठीया व हरमिन्द्र सिंह गिल समेत हजारो कार्यकर्ताओ को भेज कर कैप्टन अमरिन्द्र सिंह ने अकाली दल अमृतसर के प्रधान स: सिमरणजीत सिंह मान जैसे खलिस्तान समर्थक जत्थेबंदियो को वोटो के लिए साधने का साफ संकेत दे दिया है। श्री चुघ ने कैप्टन अमरिन्द्र सिंह पर स8ाा लोलुप होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब कांग्रेस की प्रधानगी के लिए अपनी पार्टी से बगावत तक करने की धमकिंया लगाते रहे है। श्री चुघ ने कहा कि कैप्टन अमरिन्द्र सिंह अपने शीर्ष नेतृत्व को पार्टी छोडऩे, राहुल गान्धी को नौसिखिया बताकर दबाव बनाने जैसे हथकण्डे अपना चुके है। श्री चुघ ने कैप्टन अमरिन्द्र सिंह की कार्यशैली पर प्रश्र उठाते हुए कहा कि उनके शासनकाल मे कांग्रेस पार्टी के दर्जनो विधायक महीनो तक १० जनपथ मे सोनिया गान्धी के सामने अपने मु2यमंत्री की कार्यशैली, अंहकार तथा विलासितापूर्ण जीवन की काली सूची के साथ धरना प्रदर्शन पर बैठे रहते थे। श्री चुघ ने कैप्टन अमरिन्द्र सिंह को नसीहत देते हुए कहा कि जिनका अपना घर शीशे का होता है वो दूसरो के घरो पर पत्थर नही मारते।