चंडीगढ़, 5 अक्तूबर : प्रदेश सरकार द्वारा बिजली की दरों में की गई बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ इनेलो की ओर से सोमवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर उपायुक्त कार्यालयों के समक्ष धरने दिए गए और बिजली दरों में की गई बढ़ौतरी वापिस लिए जाने व फ्यूल सरचार्ज समाप्त किए जाने सहित स्लैब प्रणाली बहाल किए जाने की मांग की गई। इनेलो नेताओं ने संबंधित जिला उपायुक्तों के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर इस वृद्धि को वापिस लेने की मांग की गई। कुरुक्षेत्र में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा के नेतृत्व में दिए गए धरने को हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री जसविंदर सिंह संधू, राज्यसभा सांसद रामकुमार कश्यप सहित अनेक प्रमुख नेताओं ने संबोधित किया। इनेलो नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने स्लैब प्रणाली बहाल न की तो इनेलो प्रदेशभर में व्यापक आंदोलन छेड़ेगा और सरकार को बिजली दरों में की गई बढ़ौतरी वापिस लेने और स्लैब प्रणाली बहाल करने के लिए विवश कर देगा। धरने में कुलदीप सिंह मुलतानी, रणबीर किरमिच, कर्ण सिंह इशहाक, सुरेश सैनी, अमनदीप, माया राम, सुनील राणा, ओमप्रकाश हथीरा, कुंटिया के पूर्व महासचिव बलजीत सिंह एडवोकेट, बलजिंद्र सिंह बब्बू, नरेंद्र शर्मा निंदी, संदीप टेका, धर्मपाल चौधरी, तून खान, दीपक फौजी, सुरेंद्र सैनी, सतबीर शर्मा, नरेंद्र घराड़सी, जगीर सिंह मैहरा, सुदर्शन सिंधवानी सहित अनेक इनेलो नेता उपस्थित थे।
सिरसा में बिजली दरों में की गई बढ़ौतरी के खिलाफ उपायुक्त कार्यालय पर दिए गए धरने का नेतृत्व युवा इनेलो नेता कर्ण चौटाला ने किया। धरने में पदम जैन, पूर्व मंत्री भागीराम विधायक मक्खन लाल सिंगला,विधायक बलकौर सिंह,विधायक रामचंद्र कम्बोज व जसवीर जस्सा के अलावा लीलाधर सैनी, $कृष्णा फौगाट, धर्मवीर नैन, प्रदीप मैहता, डा.हरी सिंह भारी, रमेश मैहता एडवोकेट, गजानन्द सोनी,बन्सी सचदेवा,सुरेन्द्र मेहरियां,आर के भारद्ववाज, श्रवन डुडी,विनोद बैनीवाल,महावीर शर्मा,मनोहर मैहता,कश्मीर करीवाला सहित काफी संख्या में इनेलो नेता शामिल थे। फतेहाबाद में इनेलो की ओर से दिए गए धरने में सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, स. निशान सिंह, बलविन्द्र कैरों, विधायक बलवान दौलतपुरिया, प्रो. रविन्द्र बलियाला व पूर्व विधायक रणङ्क्षसह बैनीवाल के अलावा युद्धवीर आर्य, कुलजीत कुलडिय़ा, बलदेव कसवां, जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र लेगा, हलकाध्यक्ष भरत सिंह परिहार, बिकर सिंह हड़ोली, हरि सिंह डांगरा, सरोज सांगा, सुशीला सर्राफ, सुमनलता सिवाच, राकेश सिहाग, राण जोहल, विकास मेहता व पवन चुघ भी शामिल थे। हिसार में दिए गए धरने का नेतृत्व जिलाध्यक्ष राजिंद्र लितानी ने किया। धरने में विधायक रणबीर गंगवा, वेद नारंग, अनूप धानक, पूर्व विधायक पूर्ण डाबड़ा, पूर्व मंत्री अतरसिंह, शीला भ्याण, चतर सिंह, धारा सिंह, सतबीर वर्मा, बहादुर सिंह नायक, राज सिंह मोर, हरफूल खान भट्टी भी मौजूद थे।
कैथल में इनेलो की ओर से दिए गए धरने को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा ने सरकार की बिजली दरें बढ़ाने को लेकर तीखी आलोचना की। धरने में पूर्व मंत्री सुरेंद्र मदान, ओमप्रकाश, ईश्वर मैहला, बलराज नौच, सुशील गुप्ता, जोगी राम पूंडरी, इंद्र पाई, भाग ङ्क्षसह, लीलू पाई, मा. प्रेम ग्योंग, चंद्रभान दयौरा व लीला राम म्यौली ने शशी वालिया, पूर्व विधायक मक्खन ङ्क्षसह, रामप्रकाश गोगी, अधिवक्ता हरदीप पाडला, जसमेर तितरम, संदीप ढांडा, राजेश प्यौदा, राजा राम माजरा, बिल्लू चंदाना, आशा रानी, रामदिया चावरिया, बलवान कोटडा, रामकुमार बाता, संजय जागलान, इकबाल हजवाना, सुखदेव सीवन, हरिकिशन सैनी, काला खरक प्रधान, प्रदीप ङ्क्षसह मोर सहित अनेक इनेलो नेता मौजूद थे। पंचकूला में धरने का नेतृत्व पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने किया। धरने में दीनानाथ शर्मा, एस.पी अरोड़ा, सीमा चौधरी, जितेन्द्र सैणी, प्रवीन आत्रेय, मान सिंह चरनियां, हरबंस सिंगला, रमेश मांधना, महेन्द्र लाकड़ा, रविन्द्र बतौड़, इन्द्रजीत बड़ैच, विजेन्द्र शर्मा कामी, कर्ण नंबरदार, डा. पदम, विक्रम राणा, दयाल चंद धीमान, महेश शर्मा, गफूर मोहम्मद, जरनैल मानकपुर, देशराज पोसवाल, सोनू हरयौली भी मौजूद थे। करनाल में प्रदर्शन का नेतृत्व जिलाध्यक्ष जसवीर राणा ने किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक मामू राम गोंदर, रामकुमार ऐबला, गुलजार मान, राजबीर स्टोंडी, मनोज वधवा, इंद्रजीत गुराया, कुलदीप सिंह व ओमप्रकाश सलूजा भी मौजदू थे।
गुडग़ांव में इनेलो की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनंत राम तंवर के नेतृत्व में धरना दिया गया। धरने में पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत, रमेश दहिया, ऋषिराज राणा, शमशेर कटारिया, शशि दुआ, सैलश खटाणा, राकेश दौलताबाद, शशि धारीवाल, दलबीर धनखड़, सुखबीर तंवर, हुकम चंद भारद्वाज, धर्मवीर बगौरिया व अटलवीर कटारिया सहित अनेक प्रमुख नेता मौजदू थे। भिवानी में इनेलो की ओर से दिए गए धरने का नेतृत्व जिलाध्यक्ष सुनील लाम्बा ने किया और बिजली दरों में बढ़ौतरी वापिस लिए जाने की मांग की। धरने में विधायक राजदीप फौगाट, विधायक औमप्रकाश गौरा, पूर्व विधायक धर्मपाल ओबरा, बलदेव घणघस, राजसिंह गागड़वास, रवि महमिया, विजय पंचगांव , कुलवंत कोंटिया, विक्की महता, रामनिवास मिर्च, गजेंद्र मंढोली, जगदीश धनाना, महेंद्र शास्त्री, रविंद्र पटौदी, राजबीर तालू, राजू मेहरा, वीणा सारसर, अशोक ढाणीमाहू, अनूप बागनवाला सहित अनेक नेताओं ने हिस्सा लिया। नारनौल में धरने का नेतृत्व पूर्व विधायक रघुबीर छिल्लर व सत्यवीर नताणा ने किया। धरने में पूर्व विधायक मूलाराम, भाना राम सैनी, कमलेश सैनी, निर्मला तंवर, विद्यानंद लाम्बा, रमेश पालड़ी, रविंद्र गागड़वास, लक्ष्मी सैनी व रमेश अग्रवाल सहित अनेक प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया।
जींद में इनेलो की ओर से दिए गए धरने में पूर्व विधायक कलीराम पटवारी, विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा, पिरथी सिंह नम्बरदार, रामफल कुंडू, सूरजभान काजल, ईश्वर उझाणिया, सुभाष देशवाल, सुबे सिंह लौहान, हरीश अरोड़ा व गुरदीप सांगवान सहित अनेक प्रमुख नेता मौजूद थे। सोनीपत में इनेलो नेताओं की ओर से दिए गए धरने का नेतृत्व पूर्व विधायक व जिलाध्यक्ष पदम सिंह दहिया ने किया। धरने में रिटायर्ड ब्रिगेडियर ओ. पी. चौधरी, तेलूराम जोगी, वेद सिंह मलिक, रमेश खटक, रणबीर दहिया, कुलदीप मलिक, कृष्ण मलिक, सुरेन्द्र छिक्कारा, रामकिशन तुषीर, अशोक राणा, बलजीत नैन, अजमेर मलिक, सुरेन्द्र पवार, कुणाल गहलावत, प्रोमिला मलिक, अनिता खाण्डा, निर्मल चौधरी, इन्द्रजीत दहिया, सतपाल गोयल, हरिप्र्रकाश मण्डल सहित अनेक नेता मौजूद थे। फरीदाबाद में इनेलो नेताओं की ओर से दिए गए धरने में पूर्व विधायक डॉ. रामकुमार सैनी, देवेन्द्र चौहान, पूर्व विधायक राजेन्द्र बीसला, आर.के. चिलाना, जोध सिंह वालिया, के.जी.गोस्वामी, पवन रावत, प्रेम सिंह धनखड, जगजीत कौर, अरविंद भारद्वाज, रामजीत भाटी, सहित अनेक प्रमुख नेता मौजूद थे। झज्जर में इनेलो नेताओं की ओर से दिए गए धरने में कर्मवीर राठी, मनीश बंसल, संजय कबलाना, धर्मवीर फौजी, संजय दलाल, ओमप्रकाश पहलवान, महेंद्र ढाकला, बलराज खरड़, राजबीर परनाला, महावीर गुलिया व साहब कौर सहित अनेक इनेलो नेता मौजूद थे। इनेलो नेताओं की ओर से मेवात, रेवाड़ी, रोहतक, पानीपत, यमुनानगर, अम्बाला, पलवल सहित प्रदेश के अन्य सभी जिलों में भी धरने देकर जिला उपायुक्तों के माध्यम से राज्यपाल के नाम पर बिजली की बढ़ी दरें वापिस लिए जाने और स्लैब प्रणाली बहाल किए जाने की मांग की।