चंडीगढ़, 20 सितम्बर: पूर्व मंत्री स्व. धीरपाल सिंह बादली हलके के हर व्यक्ति से सीेधे जुड़े हुए थे और लोगों के सुख-दुख में शामिल हुए थे। उन्होंने हलके के लोगों के हितों के लिए ताउम्र संघर्ष किया और उनके भलाई के लिए काम किया परन्तु उनके कुछ सपने अधूरे रह गए। उन अधूरे सपने पूरे करने के लिए लिए जनता एकजुट होकर सुमित्रा धीरपाल गुलिया का साथ दें और उन्हें अधिक से अधिक मतों से विजयी बना कर विधानसभा में भेजें। यह आह्वान इनसो के राष्ट्रीय अध्यय दिग्विजय सिंह चौटाला ने दादनपुर में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। यहां पहुंचने पर दिग्विजय सिंह चौटाला का जोरदार स्वागत किया। बैठक में इनसो नेता ने जननायक स्व. चौधरी देवीलाल की स्वर्णजयंती पर होने वाले सम्मान दिवस समारोह के लिए कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर न्यौता देने का आह्वान किया।
इनसो नेता ने कहा कि स्व. धीरपाल सिंह अपनी अंतिम सांस तक स्व. देवीलाल के अनुयायी बन कर उनके बताए रास्ते पर चलते रहे। उन्होंने कहा कि धीरपाल सिंह बेशक कुछ समय के लिए पार्टी से दूर रहे परन्तु उनकी भावनाएं हमेशा स्व. देवीलाल परिवार से जुडी रही। यही कारण है कि संघर्ष व संकट की घड़ी में इनेलो नेताओं के जेल जाने के बाद धीरपाल उनसे मिलने कई बार जेल व अस्पताल भी गए। इनसो नेता ने कहा कि उनके स्वर्गवास होने के बाद धीरपाल के सपने पूरे करने की जिम्मेवारी उनकी धर्मपत्नी सुमित्रा पर आ गई हैं। पर उनके सपने हलके की जनता के सहयोग के बगैर पूरी नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि आप इनका साथ दें।
दिग्विजय सिंह चौटाला ने जींद की 25 तारीख की इनेलो रैली प्रदेश की भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार की विदाई तय कर देगी। उन्होंने कहा प्रदेश की जनता कांग्रेस द्वारा रचे गए षड्यंत्र को समझ चुकी है और वह इनेलो के साथ है। उन्होंने कहा कि जनता के समर्थन व सहयोग का नजीता है कि सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का इनेलो नेताओं को जेल भिजवा कर इनेलो का सपना पूरा नहीं हो सका बल्कि इनेलो पहले से ज्यादा ताकत से उभरी। उन्होंने कहा कि इनेलो नेताओं की अनुपस्थिति में पार्टी ने लोकसभा में 25 प्रतिशत वोट हासिल किए। कार्यकर्ताओं को जिला प्रधान सतपाल पहलवान, चुनाव प्रभारी शमशेर डागर ने भी संबोधित किया।
जब इनेलो प्रत्याशी सुमित्रा भावुक हो गई: बादली, आज इनेलो प्रत्याशी सुमित्रा धीरपाल गुलिया की आंखों से उस समय आंसू बह निकले जब वह मंच पर बोलने के लिए आई। इनेलो प्रत्याशी अपना संबोधन शुरू किया और जैसे ही उन्होंने अपने पति स्व. धीरपाल का नाम लिया, उनका गला रूंघ आया और उनकी आंखों से अश्रधारा बह निकली। वह बोलते-बोलते कुछ समय के लिए रूक गई। इसी दौरान सामने बैठे लोगों ने स्व. धीरपाल जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिया। सुमित्रा ने किसी तरह स्वयं को संभाला और आंसू पौंछे। उन्होंने कहा कि उनके पति ने हमेशा जनता की सेवा की। उन्होंने आह्वान किया कि इस बार ऐनक के निशान पर चश्मे का बटन दबा कर उन्हें विजयी बनाएं।