अम्बाला- मुक्तिधाम भूतनाथ में महाकालेश्वर उज्जैन (मध्य प्रदेश) के विश्व विख्यात दैविक सिद्ध ज्योतिषज्ञ व अंतरराष्ट्रीय एस्ट्रोलोजर पंडित आलोक शांडिल्य (देवी शक्ति प्राप्त) का एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य के पालिका विहार निवास पर भव्या स्वागत किया गया l
उल्लेखनीय है की बाबा आलोक शांडिल्य मस्तष्क रेखयों,हस्तरेखाओं ,कालसर्प योग के साथ ज्योतिष विद्या में महारत हासिल किये हुए है l पालिका विहार में पहुँचने पर कुलवंत सिंह मानकपुर,भाजपा नेता सुदेश जैन मिट्ठा,पालिका वीहर के प्रधान तरलोचन सिंह,रिटायर्ड ई.टी.ओ. कीमती लाल गोयल,गुरचरण सिंह बलीस,सजीव विक्टर,फ्रंट के यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंकुर अग्रवाल,फ्रंट के राष्ट्रीय महासचिव नवरत्न गर्ग,भूषण प्रकाश शर्मा,पंचकूला के जिलाध्यक्ष राममेंहर शर्मा,सुभाष वालिया,वासु रंजन,शिव रंजन,अजय शर्मा,पारस शर्मा, श्रीमती नीलम शर्मा, श्रीमती पंकज शांडिल्य,श्रीमती सत्य गुलाटी,मोनिका शर्मा समेत भारी तादाद में मी शहरवासी मौजूद थे l
बाबा के सामने कोई भी आता है तो वह उस भक्त का चेरा पढ़कर उसका भुत,वर्तमान भविष्य की सभी घटनाओं का वर्णन कर देते है l साथ ही उनके जीवन में होने वाली घटनाओ को भी बताकर उससे होने वाले नुक्सान से बचने के उपाय व मार्ग भी बता देते है l इस अवसर पर आलोक शांडिल्य ने संक्षिप्त ज्ञान देते हुए कहा की जीवन में ग्रहों का अहम् योगदान है और यदि सही मायनों में खराब ग्रहों का उपाय हो जाएँ तो मनुष्य के जीवन की दिशा और दशा बदल जाती है और मनुष्य आसमान की बुलंदियों तक पहुँच जाता है आज बहुत से लोगों की जन्म की तिथि जानकर आलोक शांडिल्य ने उनके जीवन की मुश्किलों को दूर करने के लिए एकांत में उपाय बताये l
आलोक शांडिल्य ने बताया की ग्रहों को शांत करने के लिए किसी बड़े उपाय की जरूरत नहीं पड़ती और बहुत हलके उपाय से मनुष्य का जीवन उज्जवल हो सकता है और वह बिमारियों,झूठे आरोपों से बाख सकता है बस शर्त यह है की उपाय बताने वाला लालची न हो,स्वार्थी न हो,क्योंकि नर सेवा-नारायण सेवा होती है उन्होंने कहा की आज हर काम में निजी स्वार्थों की पूर्ति ज्यादा है उन्होंने कहा की किसी के खराब ग्रहों के उपाय बारे वही बता सकता है जिसके अपने गृह ठीक काम करते हो साफ़-सुथरे हो l उन्होंने कहा की वह आज विशेष तौर पर अपने बेटे सम्मान धर्मपुत्र वीरेश शांडिल्य के निवास पर उनको मिलने आयें जहा उन्होंने शांडिल्य परिवार के ग्रहों को परखा व जाना और वीरेश शांडिल्य के ग्रहों को नजदीकी से जाना और कुछ उपाय बताएं और उन्होंने शांडिल्य पारिवार के सदस्यों के ग्रहों को जाना और उनका उपाय बताया l इस अवसर पर वीरेश शांडिल्य ने अंतरराष्ट्रीय एस्ट्रोलोजर आलोक शांडिल्य को माता लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा व दोशाला भेंट की l