रायपुर : 11 अक्टूबर : प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल और चंडीगढ़ के भारतीय जनता पार्टी इकाई के अध्यक्ष संजय टंडन के पिताजी श्री बलरामजी दास टंडन को आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम ’लोकतंत्र प्रहरी अभिनदंन’ में प्रशस्ति पत्र एवं शॉल से सम्मानित किया। इस अवसर पर गुजरात, कर्नाटक एवं राजस्थान के राज्यपाल भी मौजूद थे। कार्यक्रम में लोकतंत्र के प्रति जनसामान्य को सजग बनाने तथा 1975 में देश में लागू आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवाज उठाने वाले वरिष्ठ जननेताओं का स्मरण किया गया। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल श्री टंडन का आपातकालीन स्थिति 1975-77 के दौरान विशेष योगदान रहा। देश में आपातकालीन स्थिति के विरूद्ध जनसामान्य में भारी रोष था।
सभी समाचार पत्र सेंसर हो रहे थे, ऐसे समय में राज्यपाल श्री बलरामजी दास टंडन ने आपातकाल के विरूद्ध जनसामान्य को इस देशव्यापी सत्याग्रह शामिल होने के लिए प्रेरित करते रहते थे। लोगों का मनोबल कमजोर न हो इसके लिए उनकी वाणी और लेखनी चलती रहती थी। मीसा के अधीन (MISA Maintenance of Internal Security Act.) श्री टंडन को अमृतसर जेल भेज दिया गया। इन दिनों सत्याग्रह अत्यंत तेज हो गया। कुछ दिन अमृतसर में रखने के पश्चात श्री टंडन को भटिंडा जेल में स्थानांतरित किया गया। जहां उन्हें नजरबंद साथियों के साथ रहने का अवसर मिला। इस दौरान वे अनेक जेलों में रहे। श्री टंडन जेल में रहने के दौरान विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, लेकिन वे दृढ़ता के साथ जेल में उत्साह का माहौल बनाये रखने में लगे रहे। इस खबर के शहर में पहुँचते ही भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों और कर्यकर्ताओं ने खूब उत्साह से इक दूजे को बधाइयां दीं ! अध्यक्ष संजय टंडन के घर पर बधाइयां देने वालों का ताँता लगा है ! इस ख़ुशी के मौके पर मिठाइयां भी बांटी जा रही हैं ! टंडन जी अपने लावलश्कर के साथ सेक्टर 18 स्थित निवास पर आये हुए हैं ! उनका लावलश्कर सेक्टर 18 स्थित पंचायत भवन सहित यूटी गेस्ट में ठहरा हुआ है !