भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मन्त्री श्री तरूण चुघ ने कांग्रेस उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी, आम आदमी पार्टी के संयोजक श्री अरविन्द केजरीवाल तथा वामपंथी दलो समेत सभी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलो के प्रमुखो की कड़ी आलोचना करते हुये कहा कि दिल्ली मे जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय मे देश विरोधी नारे लगाने वाले छात्रो की घिनौनी हरकतो पर उपरो1त नेता चुप्पी साधकर उनको अपना मौन समर्थन दे रहे है। श्री चुघ ने कहा कि जे.एन.यू. दशको से नकसलियो, आंतकवादियो के समर्थको व देश विरोधी भावना रखने वाले छदम छात्रों का शरणस्थल बना रहा है। श्री चुघ ने कहा कि जे.एन.यू. के न1सली विचारधारा रखने वाले छात्रो ने संास्कृतिक आयोजन के नाम पर देश की संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरू, मकबुल भट्ट जैसे आंतकवादियो को महिमा मंडित करने का देश विरोधी मन्सुबा बनाया था। इस मौके पर उन्होने कशमीर की आजादी भारत को सौ हिस्सो मे बांटने, हर घर मे अफजल गुरू पैदा होने जैसे देश विरोधी नारे लगाये तथा भाषण दिये। श्री चुघ ने कहा कि कै6पस मे इन छात्रो ने सरेआम हथियार लहरा कर ए.बी.वी.पी. के देशभ1त छात्रो को जान से मारने की धमकियां दी। उन्होने कहा कि यह सब करने वाले छात्र बेशर्मी से इसे अभिव्य1ित की स्वतन्त्रता का नाम देते रहे है। श्री चुघ ने कहा कि तुष्टिकरण की नीति के अन्र्तगत राहुल गान्धी, अरविन्द केजरीवाल जैसे नेता विभिन्नि घटनाओ पर घडिय़ाली आंसू बहाने के लिए राजनीतिक पर्यटन करते रहते है लेकिन जे.एन.यू. की घटना पर इन नेताओ ने चुप्पी साध ली है। श्री चुघ ने केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमति स्मृति इरानी तथा विश्वविद्यालय के प्रशासन से कहा कि ऐसे देश विरोधी तत्वो पर शीघ्र कार्यवाही करके उनके राजनीतिक सरंक्षको को बेनकाब किया जाये।