देवकिशन भाति : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अबू धाबी दौरे के दौरान एक के बाद एक बड़ी ख़बरें सामने आ रही हैं. पहले तो केवल हिन्दू मंदिर के शिलान्यास की ही खबर थी, मगर अब अबू धाबी से ऐसी जबरदस्त खबर सामने आ रही है, जिसे देख आपकी आँखें फटी रह जाएंगी. पीएम मोदी ने पेट्रोल-डीजल की समस्या से जूझ रहे भारत की बड़ी परेशानी का हल कर दिया है.
अबू धाबी के 10% तेल पर हुआ भारत का कब्जा
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड ने अबू धाबी ऑयल फील्ड में 10 प्रतिशत हिस्सा खरीदा है, इसके लिए 60 करोड़ डॉलर का भुगतान किया गया है. आपको बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब अबू धाबी में किसी ऑयल फील्ड में किसी भारतीय तेल कंपनी को हिस्सा बेचा गया है.
इस करार के तहत अबू धाबी की इस ऑयल फील्ड से निकलने वाले कच्च तेल के करीब 10 प्रतिशत हिस्से पर ओएनजीसी विदेश लिमिटेड का हक होगा. यह करार 9 मार्च 2018 से लागू हो जाएगा.
भारत की पेट्रोल-डीजल की समस्या का हुआ समाधान
इस ऑयल फील्ड के जरिए प्रतिदिन लगभग 4 लाख बैरल यानि सालभर में करीब 2 करोड़ टन कच्चे तेल का उत्पादन होता है. इसमें से भारत को हर साल इसका 10 प्रतिशत यानि करीब 20 लाख टन कच्चा तेल मिलेगा. जैसे-जैसे ऑयल फील्ड से कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ेगा, वैसे-वैसे भारत को भी ज्यादा मात्रा में कच्चा तेल मिलता जाएगा.
2025 तक इस ऑयल फील्ड का रोजाना उत्पादन 4.5 लाख बैरल किए जाने का लक्ष्य है. ओएनजीसी विदेश लिमिटेड भारत की 3 बड़ी तेल कंपनियों यानि ओएनजीसी, इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम की तरफ से बनाई गई संयुक्त कंपनी है.
मोदी ने रखी हिन्दू मंदिर की आधारशिला
भारत के लिए ये एक बड़ी सफलता है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपनी यूएइ यात्रा के दौरान अबू धाबी में प्रथम हिंदू मंदिर की आधारशीला रखी है. दुबई के ओपेरा हाउस में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंदिर का शिलान्यास किया गया. अबू धाबी में अभीतक एक भी हिन्दू मंदिर नहीं था. मंदिर की नींव रखने के बाद पीएम ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. पीएम के भाषण के दौरान कई बार मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लगे.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आएगा बदलाव
साथ ही कच्चे तेल को लेकर हुई इस ऐतिहासिक डील से भारत में पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर भी राहत मिलेगी. पहले जॉर्डन, फिर फिलिस्तीन और अब अबू धाबी, जैसा स्वागत पीएम मोदी का हुआ है, उसे देख सभी बेहद हैरान हैं, खासतौर पर कांग्रेसी. आपको याद होगा कि 2002 से लेकर 2014 तक कांग्रेस ने पीएम मोदी पर कीचड उछालने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. अमेरिका को पत्र लिखा गया था कि उन्हें वीजा ना दिया जाए.
मगर पीएम मोदी ना केवल सत्ता पर काबिज हुए बल्कि आज अमेरिका से लेकर रूस व् इजराइल से लेकर अरब देशों तक सभी पीएम मोदी के लिए पलकें बिछाते हैं. दुनिया का हर देश आज भारत के साथ जुड़ना चाहता है. यही वजह है कि इतिहास में पहली बार अबू धाबी ने भारतीय कंपनी को आयल फील्ड में हिस्सेदारी बेचीं है. जो काम कांग्रेस 60 सालों में नहीं कर सकी, वो मोदी ने 4 सालों में कर दिखाया.
अब अबू धाबी की देखा-देखी अन्य अरब देश भी भारत के साथ इसी तरह के करार करने को उत्सुक हैं. ईरान के साथ चाबहार पोर्ट का करार तो पहले ही हो चुका है. अब सऊदी अरब व् अन्य खाड़ी देश भी भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए उत्सुक हैं.