उरी हमले के बाद भारत सरकार पाकिस्तान पर चौतरफा हमले कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को 56 वर्ष पुरानी सिंधु जल संधि पर बैठक की । प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को साफ़ शब्दों में कहा हे कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता है। समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि संधि के तहत भारत झेलम सहित पाकिस्तान नियंत्रित नदियों के अधिकतम पानी का इस्तेमाल करेगा। बैठक में इस बात पर भी गौर किया गया कि सिंधु जल आयोग की बैठक आतंक मुक्त वातावरण में ही हो सकती है। ये सारी बैठकें उरी सैन्य ठिकाने पर हुये आतंकवादी हमले के बाद उठाये जा रहे कदमों के संदर्भ में हो रही हैं। उरी हमले के बाद से ही भारत पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग करने में जुटा है। दुनिया के मंचो पर पाक को बेनकाब करने के बाद अब पाक पर आर्थिक और सामरिक दबाव बढाने की तैयारी कर ली है।