उरी हमले के बाद भारतीय सेनाओं की ओर से पीओके में की गयी सर्जिकल स्ट्राइक से बौखालाया पाकिस्तान लगातार नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी कर संघर्षविराम का का उल्लंघन कर रहा है।
पिछले दो दिन में जम्मू के कठुआ से लेकर राजौरी तक पाकिस्तान की तरफ से जबरदस्त फायरिंग हुई है । शुक्रवार सुबह 9.35 बजे पाकिस्तान की तरफ से कठुवा के हीरानगर सेक्टर में बीएसएफ के बोबिया पोस्ट पर अचानक फायरिंग की गई. । भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया. । गोलीबारी में बीएसएफ के गुरुनाम सिंह घायल हो गए उन्हें फौरन अस्पताल पहुंचाया गया । बीएसएफ की जवाबी फायरिंग में पाकिस्तान रेंजर्स का 7 जवान और एक आतंकी भी मारा गया । । इसके बाद दोपहर साढे बारह बजे के आसापास राजौरी में पाकिस्तानी की ओर से फायरिंग की गयी जिसका सेना की ओर से जवाब दिया गया । इलाके के लोग इस फायरिंग से दहशत में हैं।
पिछले दो दिनों में पाकिस्तान की तरफ से इस पूरे इलाके में कई बार फायरिंग की गई है। गुरुवार को भी राजौरी के बिम्बर गली सेक्टर में भी पाकिस्तान की तरफ से भारी फायरिंग हुई थी। पाक रेंजर्स आतंकी घुसपैठ के लिए इस तरह की फायरिंग कर रहे हैं। शुक्रवार को पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास सेना ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर जवानों ने 2-3 घुसपैठियों को ललकारा इस पर घुसपैठियों ने फायरिंग की जिसका सेना ने जवाब दिया और घुसपैठिये भाग निकले। गुरुवार को ही बोवियां इलाके के पास पाक की ओर से धुसपैठ की कोशिश नाकाम की गयी।
एक ओर सीमा पर घुसपैठियों को भगाया जा रहा है तो बारामूला में आतंकियों के छिपे होने की खबर के बाद सुरक्षाबल इलाके में घर-घर में तलाशी ऑपरेशन चला रहे है। इससे पहले मंगलवार को बारामूला के पुराने शहर में 12 घंटे के व्यापक खोज अभियान के दौरान 700 से ज्यादा घरों की तलाशी ली गई थी जिसमें कथित तौर पर आतंक संबंधी गतिविधियों में शामिल होने के बाबत 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। कश्मीर में संभवत: पहली बार सुरक्षा बलों ने चीनी झंडे के साथ ही पेट्रोल बम, पाकिस्तानी झंडे, लश्कर-ए-तोएबा और जैश-ए-मोहम्मद के लेटर पैड, अनाधिकृत मोबाइल फोन और राष्ट्र विरोधी प्रचार सामग्री बरामद की थी। इस बीच केंद्र और जम्मू कश्मीर सरकार दोनों ने साफ किया है कि बातचीत की बहाली के लिए पाकिस्तामन को आतंक पर लगाम लगाना होगा।
सरकार का कहना है कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन वो आतंकियों के दबाव में नहीं आएगा और आतंक पर जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन होता रहेगा। गौरतलब है कि उरी में सेना कैंप पर हमले के बाद सेना ने 28 सितंबर को एलओसी पार करके कई आतंकियों को ढेर कर दिया था। इसी के बाद से पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है। तब से लगातार वो संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है।