सिख योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर के 300वीं शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। प्रधानमंत्री के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम पर एक किताब का विमोचन भी किया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने एक स्मारिका का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम में बाबा बंदा सिंह बहादुर पर हाल में जारी किया गया स्मारक सिक्का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पंजाब के मुख्यमंत्री को भेंट किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा बंदा बहादुर त्याग और बलिदान की धरोहर थे। उन्होंने कहा कि बाबा का जीवन दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत है और इतिहास में उनके जैसी शख़्सियत बहुत कम मिलती हैं।
प्रधानमंत्री ने ग़रीब किसानों और समाज के हर तबके के लिए उनके योगदान को भी याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे किसानों की आर्थिक आज़ादी के पक्षधर थे और उन्होंने ग़रीब किसानों का ज़मीन का मालिक बनाया।
बाबा बंदा बहादुर ने कभी खुद को शासक नहीं समझा, बल्कि वे हमेशा शासन में खुद को साझीदार मानते थे।
बाबा बंदा सिंह बहादुर के शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविंद सिंह की 350वीं वर्षगांठ को देश भर में मनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके लिए 100 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित कर दी गई है।