जून 21, 2018 : गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि योग एवं आध्यात्म विश्व को भारत की महान देन है। योग से न केवल भारत में बल्कि विश्व में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। योग के परिणाम चमत्कारिक है।
प्रो. टंकेश्वर कुमार गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के खेल विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित योग शिविर में बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित कर रहे थे। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय के डा. सत्यवान बलोदा तथा जी.सी. नूनीया विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की संयोजक खेल निदेशक प्रो. वी.के. बिश्नोई रहे।
प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि योग ने विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया है। योग से शांति व स्वस्थ मिलता है। उन्होंने कहा कि हिसार जिला एजुकेशन हब, मेडिकल हब, कृषि व पशुधन के रूप में जाना जाता है। यहां के लोग योग के साथ भी विशेष लगाव रखते हैं। यह जिला योग में भी अग्रणी होगा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर ने कहा कि महर्षि पतंजलि द्वारा योग के शुत्रों को निर्धारित किए गए है। बाबा रामदेव 21वीं सदी के योग गुरू रहे हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर योग को एक नई पहचान दी है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भी योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया है। विशिष्ट अतिथि डा. सत्यवान बलोदा ने योग साधकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि योग आज से 5700 वर्ष पूर्व से चला आ रहा है। हम मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारों में जाते हैं, मगर हमें परमात्मा से नहीं मिल पाते हैं। यदि हम योग के माध्यम से मन, शरीर और आत्मा को एक साथ लयबद्ध करते हैं तो परमात्मा से मिलन जरूर हो सकता है। खेल निदेशक प्रो. वी.के. बिश्नोई ने स्वागत सम्बोधन किया। उन्होंने कहा कि योग का हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। योग भी एक जीवनशैली है। हमें प्रतिदिन योग करना चाहिए। विश्वविद्यालय के खेल मैदान में आयोजित योग शिविर में योगाचार्य प्रकाश ने विभिन्न आसन, प्राणायाम व मुद्राओं का अभ्यास करवाया। इस दौरान शहीद भगत सिंह योग प्रशिक्षण केन्द्र, किरतान के बच्चों ने भी अपनी विशेष प्रस्तुत दी। इस अवसर पर छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. हरभजन बंसल व सहायक खेल निदेशक मृणालिनी नेहरा सहित योग साधक उपस्थित थे।