फिर भी भूकंप की संभावना एक महीने तक बनी रहेगी।
मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिषविद्
आज भाद्रपद की अमावस्या पर गुरुवार को सूर्य ग्रहण लग रहा है जो केवल हिन्द महासागर, अफ्रीका, नेरोबी,कीनिया, तन्जानिया, कांगो, मारीशस, आस्ट्र्ेलिया, अण्टाार्टिका आदि भागों में ही दृश्य होगा, भारत में कहीं नहीं दिखेगा। यह ग्रहण सिंह राशि ओैर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में लगेगा।
यद्यपि यह ग्रहण भारत में नहीं दिख रहा , न ही इसका कोई प्रभाव ही होगा अतः इस संबंधी किसी प्रकार से भयभीत नहीं होना चाहिए। यदि आपके संबंधी उपरोक्त देशों में रह रहे हों तो उन्हें इस विषय में सूचित कर सकते हैं। वहां रह रहे लोग इसे नंगी आखों से न देखें और गर्भवती महिलाएं स्वयं को सूर्य किरणों से बचाएं।
इस अवसर पर अमावस होने तथा सिंह राशि में ग्रहण लगने के कारण, अमावस संबंधी दान इस राशि वाले कर सकते हैं।सूर्य मंत्र का जाप तथा सात अनाज का दान लाभकारी रहेगा।
भारतीय समयानुसार ग्रहण काल इस प्रकार रहेगा-
स्ूातक- 11.43
पूर्ण ग्रहण आरंभ- 11.41
कंकण प्रारंभ- 12.47
परमग्रास- 14.30
कंकण समाप्त-16.25
ग्रहण समाप्त- 17.30
लोक भविष्य
इस ग्रहण का अधिकांश प्रभाव अफ्रीकी देशों पर पड़ेगा जहां अशांति का वातावरण रहेगा तथा सत्तारुढ़ पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी होगी। पूर्वी एशिया में सुनामी चक्रवात या भूकंप की आशंका रहेगी। भारत के हिमालय क्षेत्र के निवासियों को प्राकृतिक आपदा से निपटने का यथेचित प्रबंध पहले से ही कर के रखना चाहिए और आपदा प्रबंधन को स्तर्क रहना चाहिए क्योंकि सूर्य एचं चंद्रग्रहण के एक मास के अंदर भूकंप आने की संभावना बनी रहती है।
मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिषविद्