रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज डीआरडीओ के भारत में तैयार इलेक्ट्रिक तारपीडो ‘वरूणास्त्र’ को नेवी को सौंपा। वरुणास्त्र को डीआरडीओ की राष्ट्रीय विज्ञान और तकनीकी प्रयोगशाला में तैयार किया गया है।
95 फीसदी भारतीय साजोसामान से तैयार वरुणास्त्र में जीपीएस आधारित लोकेशन प्रणाली है जिससे सटीकता से इसकी स्थिति का पता लगाया जा सकता है।
इस मौके पर पर्रिकर ने कहा कि DRDO इसके प्रायोगिक मॉडल तैयार करने के अलावा इसके वास्तविक उत्पादन में भी जिम्मेदारी से भूमिका अदा करें ताकि नेवी को अंतरराष्ट्रीय मानको के अनुरूप तारपीडो मिल सकें।